Technology

What is Hacking| हैकिंग क्या है?

नमस्कार दोस्तों, दोस्तों आजकल आप देख रहें होंगें कि किसी का अकाउंट हैक हो गया या किसी की ईमेल-आईडी हैक हो गयी या किसी के बैंक से नेट बैंकिंग(Net Banking) के द्वारा रूपये चोरी हो गए। आज हम सभी डिजिटल डिवाइसेस के घिरे हुए हैं, चाहें वो आपका मोबाईल हो , लैपटॉप या फिल टैबलेट। मोबाइल तो हम सभी की जरूरत ही बन गया है। तो क्या हमारा सारा डेटा सेफ है। आखिर कौन चुराता है हमारा सारा डाटा । कौन हैं वो लोग जो हमारा डाटा चुराते हैं। आज के इस पोस्ट में हम हैकिंग से जुड़ी जानकारी के बारे में जानेंगें। इस पोस्ट को पूरा जरूर पढिएगा।

 

हैकिंग क्या है?

दोस्तों, हैकिंग शब्द से तो आप परिचित होंगें, आज ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो हैकिंग शब्द से परिचित न हो। हैकिंग शब्द को सुनकर आपके दिमाग में आता होगा कि किसी काम को कम्प्यूटर द्वारा गलत तरीके से करना या कम्प्यूटर के माध्यम से किसी के अकाउंट में घुसकर कर उसकी सारी जानकारी को चुराना। दोस्तों, हैकिंग एक क्राइम हैं, इसमें आईटी एक्ट  के द्वारा सजा का भी प्रावधान है। आज से 20-25 वर्ष पहले के चोर घरों में घुसकर चोरी किया करते थे, लेकिग आज सब कुछ डिजिटल हो गया है। लोग अपनी सारी जानकारी इंटरनेट पर रखने लगे हैं,तो चोरों ने भी अपना तरीका बदल दिया है। अब चोर कम्प्यूटर, मोबाइल या फिर टैबलेट का माध्यम से चोरी करते हैं और इन्ही चोंरों को Hacker कहा जाता है। अन्य शब्दों में आप कह सकते हैं कि Hacking एक ऐसा तरीका है जिससे हम इंटरनेट में बनाए गए सिक्यूरिटी सिस्टम को तोड़कर, उसमें अपनी इच्छानुसार कुछ भी गलत या सही बदलाव कर सकते हैं, जैसे कि:  सिस्टम तक पहुंचना और उसे एक्सेस करना, सिस्टम को अपने कंट्रोल में लेना, उसमें देखना,  एडिटिंग करना, सूचना को कॉपी या डिलीट करना आदि। ये हैकर पूरे विश्व में  कहीं भी हो सकते हैं। किसी दूर देश में बैठे हैकर आपके सिस्टम को कहीं से भी टार्गेट कर सकते हैं। इसलिए अपने डाटा सिक्यूरिटी के बारे में हमें हमेशा सजग रहना चाहिए।

What is Hacking? हैकिंग क्या है?

हैकिंग क्यों करते है?

  1. किसी को परेशान करने के लिए।
  2. किसी को दिखाने के लिए कि वे हैकिंग कर सकते हैं।
  3. कभी-कभी ऐसा होता कि किसी के पास कम्प्यूटर का बहुत ज्ञान होता है और कोई उस वय्क्ति की बात नही सुनता है या उसे हर कोई इग्नोर करता रहता है तो वह किसी कम्पनी का ध्यान आकर्षित करने के लिए भी हैकिंग करता है।
  4. लोगों को अपना टैलेंट दिखाने के लिए कि वे हैकिंग में कितने एक्सपर्ट हैं।
  5. Sensitive Data चुराने के लिए।
  6. किसी से दुश्मनी निकालने के लिए उसके नेटवर्क को खत्म करने के लिए हैकिंग करते हैं।
  7. पैसे (बैकिंग, शॉपिंग मॉल से) चुराने के लिए।
  8. हैकिंग के जरिए लोगों में अपना डर बनाने करने के लिए हैकिंग करते हैं ताकि लोग उनसे डरें और अपनी बात मनवाने के लिए।
  9. किसी सिस्टम को लॉक करके , सिस्टम ओनर से फिरौती मांगने के लिए हैकिंग करते हैं।

हैकिंग कितने प्रकार की होती है?

  1. वेबसाइट हैकिंग(Website Hacking)इसमें टार्गेट वेबसाइट, हैक करके उसके यूजर के नाम और पासवर्ड को हासिल किया जाता है और उसका पूरा कंट्रोल हैकर के हाथ में आ जाता है जिससे वह वेबसाइट में अपने हिसाब में बदलाव कर सकते हैं।
  2. नेटवर्क हैकिंग(Network Hacking) जिस नेटर्वक को हैक करना चाहते हैं उस नेटवर्क से जुड़ी सारी इनफार्मेशन हैकर के हाथ में आ जाती है।
  3. एथिकल हैकिंग(Ethical Hacking) ऐसा व्यक्ति जो किसी भी कम्पयूटर में हो रही चोरी को रोके तथा ये पता लगाए कि ये चोरी कहां से हो रही है। उसे एथिकल हैकिंग कहते हैं।
  4. ईमेल हैकिंग(E-mail Hacking) इसमें किसी ईमेल अकाउंट को हैक करके उसके मेल को पढ़ा बदला जा सकता है या किसी को मेल भी भेजा जा सकता है।
  5. पासवर्ड हैकिंग(Password Hacking) इस हैकिंग से किसी भी सिस्टम का पासवर्ड हैक कर सकते हैं।
  6. ऑनलाइन बैकिंग हैकिंग(Online Banking Hacking) इसमें बैंक की सिक्य़ूरिटी को तोड़कर किसी भी ऑनलाइन बैंक अकाउंट को हैक किया जा सकता है और उसके अकाउंट के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है।
  7. कम्प्यूटर हैकिंग(Computer Hacking)- इसमें किसी के कम्प्यूटर को हैक करके उसकी फाइल्स को पढ़ा जा सकता है। उसे डिलीट या एडिट किया जा सकता है। उसकी इनफार्मेशन को चुराया जा सकता है।

 

हैकर(Hacker) और क्रैकर(Cracker) में क्या अंतर है?

दोस्तों, हैकर तथा क्रैकर दोनो ही IT Act के तहत अपराधी माने जाते हैं, क्योंकि हैकर डाटा की चोरी करता है , जबकि क्रैकर किसी भी सॉफ्टवेयर को उसकी कम्पनी से इजाजत लिये बगैर उसके लाइसेन्स को तोड़ता है। जब कोई इंसान किसी भी तरह की सिक्यूरिटी को गलत इस्तेमाल या सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए तोड़ता है तो उसे Hacker कहा जाता है लेकिन जो व्यक्ति किसी भी कंपनी के सॉफ्टवेयर को अपने निजी फायदे के लिए उसके License को तोड़ता है ,सॉफ्टवेयर को पैसे कमाने के लिए दूसरे लोगों को गलत तरीके से बेचता है या कोई भी ऐसा काम करता है जो पूरी तरह से गैर कानूनी हो वह Cracker कहलाता है। आमतौर पर क्रैकर शब्द का उपयोग नहीं किया जाता है लेकिन आप हैकर और क्रैकर में अंतर समझ चुके हैं। कुछ लोग तो हैकर और क्रैकर दोनो को ही एक मानते हैं , और एक होना भी चाहिए ,क्योंकि दोनों ही गैर कानूनी हैं।

 

हैकर्स के प्रकार

  1. White Hat hacker: इन्हे अच्छा हैकर कहा जाता है। यह हैकिंग का गलत इस्तेमाल नहीं करते हैं, बल्कि अपराधियों को पकड़ने में साइबर सेल और पुलिस की मदद करते हैं। यह हमारे सिस्टम को सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं।
  2. Black Hat Hacker: यह बुरे हैकर होते हैं जो यह बिना किसी अनुमति के किसी का भी अकाउंट हैक कर लेते हैं और उसके डाटा का गलत इस्तेमाल करते हैं। यह किसी को नुकसान पहुँचाने में और सिक्योरिटी तोड़ने में माहिर होते हैं। ये हैकिंग में एक्सपर्ट होते हैं। अत: किसी भी सिस्टम में आसानी से सेंध लगा सकते हैं। सिस्टम में सेध लगाने के बाद सिस्टम को लॉक कर देते हैं और सामने वाले व्यक्ति से सिस्टम को अनलॉक करने के लिए फिरौती के तौर पर बड़ी रकम मांगते हैं।
  3. Grey Hat Hacker: इनमें White Hat hacker और Black Hat hacker दोनों की प्रवृत्ति होती है। ये किसी भी काम को अपनी इच्छानुसार करते हैं।

 दोस्तो, अन्त में सिर्फ इतना ही कहना चाहूँगा कि हैकिंग कभी नहीं करना चाहिए बल्कि हमें एथिकल हैकर बनके देश में हो रही हैकिंग को रोकना चाहिए। अगले पोस्ट में आप जानेंगें कि एथिकल हैकिंग क्या है, एथिकल हैकर कौन है, क्या योग्यता है एथिकल हैकर बनने की। ये पोस्ट आपको कैसा लगा, अगर ये पोस्ट आपको अच्छा लगा हो हमें लाइक करें या फिर हमें कमेंट करें।

इनके बारे में भी जाने:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *