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FAT 32 फाइल सिस्टम क्या है | What is FAT 32 File System?

नमस्कार दोस्तों, दोस्तों, आप जब भी किसी पेन ड्राइव को फार्मेंट करते हैं, तो फार्मेंट करते समय एक File System  का  Dialog box जरूर आता। जिसमेें FAT 32, NTFS, exFAT लिखा होता है। क्या आपको पता है कि ये फाइल सिस्टम्स का क्या यूज होता है। अगर नहीं आता है तो कोई बात नहीं आज के इसे पोस्ट में हम जानेंगें कि FAT 32 फाइल सिस्टम क्या होता है, इसकी क्या-क्या विशेषताएं हैं। इस पोस्ट को पूरा पढिए-

 

FAT32 क्या है?

FAT32 का मतलब है File Allocation Table 32-bit। यह माइक्रोसॉफ्ट ने 1996 में Windows 95 OSR2 के साथ पेश किया था। इसमें 32-बिट ऐड्रेसिंग स्कीम का उपयोग किया गया, ताकि FAT16 से बड़े डिस्क और फ़ाइलों को मैनेज किया जा सके।

FAT32 की मुख्य विशेषताएँ-

  1. संगतता (Compatibility)
    • Windows, Linux, macOS, कैमरा, गेमिंग कंसोल, स्मार्ट टीवी और लगभग सभी डिवाइस FAT32 को सपोर्ट करते हैं।
    • यही कारण है कि इसे यूनिवर्सल फ़ाइल सिस्टम कहा जाता है।
  2. फ़ाइल साइज़ सीमा (File Size Limit)
    • किसी भी एक फ़ाइल का अधिकतम साइज़ 4 GB (4,294,967,295 bytes) तक हो सकता है।
    • इसका मतलब है कि अगर आपके पास 5 GB की मूवी है, तो वह FAT32 ड्राइव में सेव नहीं होगी।
  3. वॉल्यूम साइज सीमा (Partition Size Limit)
    • अधिकतम वॉल्यूम साइज़ 2 TB तक सीमित है (हालाँकि तकनीकी तौर पर 16 TB तक संभव है, पर Windows टूल्स सामान्यत: 2 TB से ज़्यादा FAT32 ड्राइव नहीं बना पाते)।
  4. सिंपल स्ट्रक्चर
    • FAT32 की संरचना (Structure) बहुत सरल है। इसी कारण पुराने और सीमित क्षमता वाले डिवाइस पर भी आसानी से चलता है।
  5. जर्नलिंग नहीं (No Journaling)
    • NTFS, ext4 जैसे आधुनिक फ़ाइल सिस्टम में journaling होता है, जिससे डेटा क्रैश के बाद जल्दी रिकवर हो जाता है।
    • FAT32 में यह सुविधा नहीं है, इसलिए पावर फेल या डिस्क इजेक्ट करते समय करप्शन का खतरा रहता है।

FAT32 के फायदे-

  • Cross-platform सपोर्ट: लगभग हर ऑपरेटिंग सिस्टम और डिवाइस इसे पढ़ और लिख सकता है।
  • कम ओवरहेड: स्ट्रक्चर सरल होने से छोटे ड्राइव पर अच्छा प्रदर्शन देता है।
  • पोर्टेबल स्टोरेज के लिए आदर्श: पेनड्राइव, SD कार्ड, कैमरा कार्ड में FAT32 सबसे आम है।

FAT32 की कमियाँ-

  • फ़ाइल साइज लिमिट 4 GB → बड़ी फ़ाइलें (HD मूवी, ISO इमेज) स्टोर नहीं हो पातीं।
  • बड़े ड्राइव पर सीमित उपयोगिता → 2 TB से ऊपर के ड्राइव पर प्रभावी नहीं।
  • सुरक्षा की कमी → NTFS जैसा परमिशन, एन्क्रिप्शन, जर्नलिंग नहीं।
  • डेटा करप्शन का खतरा → अचानक ड्राइव निकालने पर फाइलें खराब हो सकती हैं।

FAT32 का उपयोग कहाँ होता है?

  • USB ड्राइव / पेन ड्राइव → ताकि Windows, Mac और Linux सभी पर आसानी से चल सके।
  • SD कार्ड → कैमरा और मोबाइल डिवाइस में अधिकतम संगतता के लिए।
  • पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम → Windows 98, XP और पुराने Linux/Mac वर्ज़न।
  • गेमिंग कंसोल्स / मीडिया प्लेयर → जहाँ यूनिवर्सल सपोर्ट जरूरी हो।

आधुनिक विकल्प-

अगर आपको बड़ी फ़ाइलें स्टोर करनी हों, तो आजकल लोग exFAT या NTFS का उपयोग करते हैं।

  • exFAT: FAT32 का आधुनिक रूप है, 4GB लिमिट नहीं है, और सभी नए OS इसे सपोर्ट करते हैं।
  • NTFS: Windows सिस्टम में डिफ़ॉल्ट, बड़े ड्राइव और फ़ाइलों के लिए बेहतर।

👉 आसान शब्दों में कहें तो FAT32 आज भी सबसे ज्यादा संगत फ़ाइल सिस्टम है, लेकिन बड़ी फ़ाइलों और सुरक्षा की ज़रूरत वाले कामों के लिए यह उपयुक्त नहीं है।

 

अंत में-

अंत में बस इतना ही कहना चाहूँगा कि आपके विचार हमारे लिए बहुत जरूरी है पोस्ट को पढ के बताना है कि  यह पोस्ट आपको कैसी लगी। अगर यह पोस्ट आपको अच्छा लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक, शेयर व कमेंट जरूर करें।

 

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